मेरे शंकर की सवारी आज आयी
जोगन बन नाचूंगी मैं भी
जोगन बन नाचूंगी ||
गले में उसके सर्पो की माला
शम्भू पीते विष का प्याला
सुंदर रूप है उसका निराला
बाबा मेरा भोला भाला
तेरा नाम जपे दुनिया सारी
जोगन बन नाचूंगी मैं भी
जोगन बन नाचूंगी ||
जटा गंग भंग पि के आए
गौरा मैया के मन हर्षाये
अक धतूरा जो भोग लगाए
उसकी नैया पार लगाए
भोला कहलाता है विषधारी
जोगन बन नाचूंगी मैं भी
जोगन बन नाचूंगी ||
अंग पे अपने भस्म रमाए
डम डम डम डम डमरू बजाए
औघड़दानी रूप धरा है
‘ब्रजवासी’ तेरी महिमा गाए
शिव नाम के है सारे पुजारी
जोगन बन नाचूंगी मैं भी
जोगन बन नाचूंगी ||
मेरे शंकर की सवारी आज आयी
जोगन बन नाचूंगी मैं भी
जोगन बन नाचूंगी ||